फिर भी हम रहते है , सोच मे ?

फिर भी हम रहते है , सोच मे ? अंग्रेज़ी


पढ़ाई का भुत सवार है , उस लड़के को
लेकिन कुछ नही आता है , उस लड़के को
फिर भी वो रहता है , हर समय सोच मे ?

यादो के दिवाने मे रहते है , हम
लेकिन हमे कुछ नही आता है l
फिर भी हम रहते है , सोच मे ?

सोच लोगो की अलग रहती हैै ।
इन्सान एक ही रहता है l
फिर भी हम रहते है , सोच मे ?

सोच से जिन्दगी बदल जाती है।
सोच कभी नही जाती है
फिर भी हम रहते है , सोच मे ?

सोच से लक्ष्य बन जाता है।
लक्ष्य से जिन्दगी बन जाती है।
फिर भी हम रहते है , सोच मे ?


सोच लोगो को कहाँ पहुंचाती  है।
जो सोचता उस ही को मालुम है।
फिर भी हम रहते है , सोच मे ?


सोच कभी नही मरती है।
फिर भो सोच आजाती है। 
फिर भी हम रहते है , सोच मे ?


इन्सान सोचता रहे जाते हैं।
फिर भी कुछ नही मिल पाता है।
फिर भी हम रहते है , सोच मे ?


सोच मे उसे विश्वास होना चाहिए ।
जबि उसे सफलता मिलगी ।